लक्ष्य का निर्धारण कैसे करें | How To Set Goals In Hindi

लक्ष्य चाहे छोटा हो या फिर बड़ा हो लेकिन प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में एक लक्ष्य का होना आवश्यक है। बिना लक्ष्य के व्यक्ति का जीवन अधूरा है। लक्ष्य का निर्धारण करने से कार्य को किस समय में करना है तथा उसको कैसे प्राप्त करना है सभी बातें क्लियर होता है। लक्ष्य बनाकर कार्य करने वाला इंसान जिंदगी के हर एक मोड़ पर सफलता को प्राप्त कर लेता है। आप जितने भी “Successful People” को देखेंगे या उनके बारे में जानेंगे तो उनके लाइफ में एक गोल (लक्ष्य) होगा जिसके कारण आज वह सफल है। लक्ष्य का निर्धारण कैसे करें यह मुख्य बिंदु है। आज इस आर्टिकल में अपना लक्ष्य कैसे चुने तथा अपने लक्ष्य को कैसे पहचाने इससे संबंधित सभी मुख्य बातों को शामिल किया गया है।

लक्ष्य का निर्धारण कैसे करें

आखिर प्रत्येक व्यक्ति के लिए लक्ष्य इतना महत्वपूर्ण क्यों है इसे समझते हैं। लक्ष्य (गोल) – अगर लाइफ में कुछ बड़ा करना है, दूसरों से अलग करना हैं, पहचान बनाना है , Ordinary से Extra Ordinary बनाना है तो लक्ष्य का निर्धारण करना आपकी सफलता होने का यह चाबी है। बिना इसके कभी भी सफलता को प्राप्त नहीं किया जा सकता है। अपने सपने को पूरा करने के लिए लक्ष्य का निर्धारण करना ही पड़ेगा तो आप जान चुके हैं कि जिंदगी में प्रत्येक व्यक्ति का लक्ष्य होना कितना महत्वपूर्ण है।
आइए जानते हैं लक्ष्य का निर्धारण कैसे करें तथा अपना लक्ष्य कैसे चुनें।

लक्ष्य निर्धारित करते समय किस बात पर विचार कर लेनी चाहिए

किसी भी व्यक्ति को लक्ष्य निर्धारित करते समय काफी सोच विचार करने की आवश्यकता होती है। आपके द्वारा तैयार किए गए लक्ष्य ही आप भविष्य में कितना सफल होंगे उस पर निर्भर करता है। लक्ष्य निर्धारित/चुनते समय निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए-

  1. अपने अंदर के गुण को पहचाने
  2. Research करें
  3. एक से अधिक लक्ष्य हो सकते हैं पर आपके लिए अभी क्या सही है उसे पहचाने
  4. लक्ष्य पूरा करने के लिए अपना पूरा समय दें
  5. समय प्रबंध का उपयोग करें
  6. काम के प्रति हमेशा सक्रिय रहे
  7. सफल व्यक्ति से सलाह ले
  8. परिणाम की चिंता किए बिना काम करें
  9. अपने लक्ष्य से कभी भटके नहीं
  10. अपनी सोच हमेशा पॉजिटिव रखें

#अपने अंदर के गुण को पहचाने

हर एक व्यक्ति में एक ऐसा कला छिपा होता है जिसके कारण उसकी पहचान होती है। यहां पर मायने यह नहीं रखता है कि उसने कितनी पढ़ाई की है उसके पास कितने डिग्री है। आपके अंदर भी वह गुण मौजूद हैं बस देरी हैं आप उसे पहचान नहीं पा रहे हैं। अपने अंदर के गुण/ खूबियों को जानने के लिए नीचे दिए गए Steps को फॉलो करें-

चरण – 1 स्वप्रथम आप एक सादे कागज और कलम लेकर किसी शांति जगह बैठ जाए सुबह का समय हो तो और भी अच्छा होगा।

चरण – 2 अपने दिमाग पर जोर डालते हुए यह याद करे कि कब आप को किस कार्य को करने के बदले में Rewards से सम्मानित किया गया था।

चरण – 3 अगर आपको किसी भी तरह का पुरस्कार नहीं मिला है तो कोई बात नहीं। अपने मित्र का बात याद करें या उनसे पूछ आपकी कौन सी कार्य अच्छा लगता है। इसका जवाब कुछ इस तरह का हो सकता है – क्रिकेट खेलना, बात करने में अच्छा, सुंदर लिखावट, फोटो खींचने में आदि।

चरण – 4 आपके पास जितने भी जानकारी इकट्ठा हो पा रहे हैं उसे नोट कर लें।

चरण – 5 अगला कदम आपका नोट किए गए सभी गुण के बारे में खोजबीन (रिसर्च) करना हैं। रिसर्च के बारे में आगे विस्तार से बताया गया है।

चरण – 6 अंत में आपको आपका गुण मालूम हो जाएगा। अब एक्शन लेने की बारी है।

 

#रिसर्च करें

लक्ष्य को कैसे चुने में सर्वप्रथम जाना कि अपने अंदर की गुणों को ढूंढना। जब पहला चरण पूरा हो जाए तो दूसरा चरण उस गुण से संबंधित रिसर्च करना चाहिए। रिसर्च करने के लिए आप जितने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, Google, YouTube तथा शिक्षक, आप जिनसे इंस्पायरर है उनसे सलाह लें।

यह पता करें कि भविष्य में उसकी क्या मांग हैं क्योंकि आज का समय तेजी से परिवर्तित हो रहा है मानो आने वाला समय AI आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित लगभग सभी टेक्नोलॉजी होगी।

आपने जिस भी काम का चुनाव किया है उस पर गहरा से गहरा Research करें। जितना अधिक हो सके हैं जानकारी कट्ठा करें उसके पश्चात ही निर्णय लें। इस कार्य को करने में बिल्कुल भी जल्दबाजी न करें क्योंकि इस पर आपका भविष्य आधारित है।

 

#एक से अधिक लक्ष्य हो सकते हैं पर आपके लिए अभी क्या सही है उसे पहचाने

लक्ष्य प्रत्येक व्यक्ति का अलग-अलग होता है। एक समान भी हो सकता है तथा एक साथ कई अधिक (दो,चार, पांच एवं दस) भी। कई बार एक से अधिक लक्ष्य होने से प्रॉब्लम आने लगता है कि कौन से लक्ष्य को पूरा किया जाए जबकि सभी आवश्यक होते हैं। इस तरह के समस्या आने पर आप सबसे पहले उन लक्ष्य पर कार्य करना शुरू करें जो अधिक महत्वपूर्ण है अगर आप आज उसे नहीं करते हैं तो आपके हाथों से मौका निकल जाएगा। महत्वपूर्ण लक्ष्य को पूरा करने के बाद अनिवार्य एवं आवश्यक पर फोकस करें। सफल होने का एक जादुई लाइन –

“सबसे पहले आप सबसे महत्वपूर्ण कार्य करें उसके पश्चात ही किसी अन्य कार्य पर ध्यान दें।”

 

#लक्ष्य पूरा करने के लिए अपना पूरा समय दें

लोगों में सबसे खराब आदत होती है धैर्य रखने की। ऐसा नहीं है मेरी आदत अच्छी थी मुझे भी धैर्य रखना बिल्कुल अच्छा नहीं लगता था। अधिकतर लोग जैसे तैसे करके लक्ष्य का तो निर्धारण कर लेते हैं लेकिन कम काम में ही, कम समय में ही अधिक परिणाम की आशा करते हैं।

आप के जो लक्ष्य हैं आप अपना पूरा समय पूरी ईमानदारी तथा फोकस के साथ दें। यह प्रक्रिया कभी भी रुकने मत दें। एक समय ऐसा आएगा कि आपको अपनी मेहनत का फल इतना अधिक मिलेगा जिसकी आप कामना भी नहीं किए होंगे। एक व्यक्ति का नाम तो आपने जरूर सुना होगा ” Elon Musk” इस सदी का सबसे क्रांतिकारी व्यक्ति। अपने काम के प्रति इतना सीरियस रहता है कि प्रत्येक दिन और अपने कम्पनी के कर्मचारी से भी अधिक कार्य करता हैं। यह ऐसे व्यक्ति हैं जिनको यह भी नहीं मालूम होता है कि इनके खाते में कितना पैसा है बस अपने लक्ष्य पर पूरा ध्यान केंद्रित होता है।

 

#समय प्रबंध का उपयोग करें

टाइम मैनेजमेंट” सफलता की एक ऐसी चाबी है। जो व्यक्ति इसका उपयोग करना सीख जाता है उसे “Success” होने से दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक सकती है। लक्ष्य को पूरा करने में समय प्रबंध आपका काफी अधिक मदद करेगा। आपके पास या फिर किसी अन्य व्यक्ति के पास समय 24 घंटे होते हैं। ना इससे अधिक और ना ही इससे कम तो कुछ लोग ही क्यों इतने समय में ही एक सक्सेसफुल व्यक्ति बन जाते हैं जबकि दूसरा व्यक्ति कहता है मेरे पास तो टाइम ही नहीं है।

इसका बस यही कारण है टाइम मैनेजमेंट (समय प्रबंध) 20% ऐसे कामों में अपना समय दे जिससे आपको 80% रिजल्ट प्राप्त हो यह टेक्निक सफल व्यक्ति फॉलो करते हैं। ठीक इसके विपरीत असफल एवं साधारण लोग यानी कि वह अपना समय वैसे कामों में देते हैं जिनसे उनको 20% रिजल्ट ही प्राप्त हो पाता है। ऊपर 20% और 80% का जो Golden Rule बताया गया है आप इसका उपयोग अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में करें।

 

#काम के प्रति हमेशा सक्रिय रहे

आप अपने लक्ष्य को तभी प्राप्त कर सकेंगे जब आप पूरे जोश से भरे हुए हो, आपका माइंड बिल्कुल रिफ्रेश हो, काम करने का जुनून हो यानी कि काम के प्रति हमेशा सक्रिय रहें। हमारे और आपके अंदर दो अलग-अलग इंसान रहते हैं एक का नाम है सक्रिय और दूसरा का नाम है निष्क्रिय। जब आप अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए काम कर रहे होते हैं या फिर करने जाते हैं तो निष्क्रिय वाला व्यक्ति कहता है आज बहुत काम हो गया है बाकी का काम कल किया जाएगा या काम करने का बिल्कुल भी मूड नहीं है। रोज-रोज काम करना अच्छा नहीं होता है। यह हमेशा आपको अपने लक्ष्य से भटकाता रहता है।

आप दृढ़ निश्चय होकर कभी भी सक्रिय व्यक्ति का ही बात सुने। यह हमेशा लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता हैं। आपके दिमाग में वैसे नए नए आइडिया उत्पन्न करेगा जिससे आप और अधिक सक्सेस की सीढ़ी चढ़ सके।

 

#सफल व्यक्ति से सलाह लें

अपने लक्ष्य के बारे में और अधिक खोजबीन हेतु सफल व्यक्ति से सलाह लें। अगर आप उनसे सलाह लेंगे तो थोड़ा बहुत भी गुण आपके भीतर आ ही जाएगा। कहते हैं ना अगर जीवन में कामयाबी हासिल करना है तो कामयाब लोगों के साथ रहे। देखना आपको एक ना एक दिन सफल अवश्य ही बना देंगे।

सफलता यानी कि लक्ष्य को प्राप्त करना कोई 1 दिन की कठिन मेहनत नहीं होती है बल्कि यह कई वर्षों का कठिन परिश्रम होता है। इसमें समय लगता है तो धीरज रखना सीखे। हमेशा सफल व्यक्ति के बारे में किताबें पढ़ें और उनके बताए गए रास्ते पर ही चले। मंजिल अवश्य मिलेगी।

 

#परिणाम की चिंता किए बिना काम करें

ऐसे बहुत ही कम लोग होते हैं जो अपना पूरा ध्यान अपने लक्ष्य पर केंद्रित करते हैं बिना परिणाम की चिंता किए। सचमुच यह करना काफी कठिन है लेकिन लक्ष्य प्राप्त करने में यह बेहद जरूरी है। अगर आप छात्र हैं बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आपको दसवीं में पूरे 1 साल एवं 12वीं में 2 साल लगातार मेहनत करनी पड़ती है। उसके बाद ही रिजल्ट मिलता है तो अगर आपने जो लक्ष्य बनाए हैं अभी एक-दो महीने ही उस पर आप ने काम किया है तो परिणाम कैसे दिखेगा। लक्ष्य को अर्जित करने के लिए परिणाम की चिंता किए बिना काम करना होगा।

 

#अपने लक्ष्य से कभी भटके नहीं

लक्ष्य तभी प्राप्त कर सकते हैं जब आप हमेशा पूरे फोकस के साथ काम करें। आपके रास्ते में तमाम ऐसे रुकावटें, अड़चनें आएंगे इससे घबराना नहीं है बल्कि डटकर मुकाबला करना है। लक्ष्य से कभी भी भटके नहीं इसके लिए आप हमेशा सक्रिय बातें सुने। लोगों की बात बिल्कुल भी ना सुने। लोग तभी बोलेंगे जब आप कुछ नहीं करते थे और तब भी जब आप कुछ कर रहे हैं।

 

#अपनी सोच हमेशा पॉजिटिव रखें

Law Of Attraction के बारे में आपने नहीं सुना तो मैं इसे एक पंक्ति में एक्सप्लेन करता हूं “आप जैसा सोचते हैं उसका परिणाम भी वैसा ही मिलता है” इसलिए हमेशा पॉजिटिव सोच रखें। बहाने मत करें कि मेरे पास यह नहीं है, वह नहीं है, जितना है उतना से आप कितना अच्छा कर सकते हैं उसके बारे में सोचें और कार्य करें।

निष्कर्ष :- लक्ष्य का निर्धारण कैसे करें उसके बारे में संपूर्ण जानकारी दे दी गई है। ऊपर जितने भी बातें बताई गई हैं उनको ध्यान में रखते हुए अपना लक्ष्य बनाएं और उसे प्राप्त करने के लिए तुरंत Action लीजिए।

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