अवसर यानि कि ‘मौका’ यह एक ऐसा शब्द हैं जिसे सही समय पर पहचान कर अधिक से अधिक लाभ उठाया जा सकता हैं। अब सवाल यह आता हैं कि आखिर अवसर कितने प्रकार के होते हैं? आज के इस पोस्ट में आप जानेगे की अवसर जिसे इंग्लिश में opportunity कहा जाता है। वह कितने प्रकार का होता है साथ ही कुछ उदाहरण भी देखेंगे तथा अवसर एवं उद्यमी के बीच क्या संबंध होता हैं उसे भी जानेगे ।
अवसर के प्रकार Kinds of opportunity
मुख्य रूप से अवसर के दो प्रकार होते हैं –
1.विद्यमान अवसर (Existing opportunity in the environment)
2.निर्मित अवसर ( Created opportunity)
विद्यमान अवसर या पर्यावरण में विद्यमान अवसर Existing opportunity in the environment– जो अवसर वातावरण में पहले से मौजूद होते हैं उसे ‘विद्यमान अवसर’ कहा जाता है। जैसे – कागज, कपड़ा, जूता आदि का कारखाना स्थापित करना।
निर्मित अवसर Created opportunity- जो अवसर पहले से मौजूद नहीं होते हैं बल्कि उपभोक्ताओं की रूचि, फैशन, तकनीकी परिवर्तन ,परिस्थितियों के अनुसार नित्य नए-नए रूप में जन्म लेते रहते हैं उसे “निर्मित अवसर “कहा जाता है ।जैसे – सूचना तकनीक में विकास के चलते टेलीविजन ,कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर आदि के क्षेत्र में नए नए उपकरणों का कारोबार बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विकास के चलते नई बीमारियों की जांच उपकरण, दवाओं आदि की आवश्यकताएँ आदि।
अवसर तथा उद्यमी के बीच संबंध स्पष्ट करें
अवसर तथा उद्यमी के बीच घनिष्ठ संबंध होता है। जिस प्रकार से मछली का पानी के बिना जीवन संभव नहीं है। उसी तरह उद्यमी का अवसर के बिना कोई अस्तित्व नहीं है। उद्यमी या साहसी सबसे पहले अवसर की पहचान करके चिन्हित करता है और उससे संबंधित आवश्यक जानकारी हासिल करता है तथा उपयोग में आने वाले आवश्यक साधन जुटाकर उपक्रम की स्थापना सुनिश्चित करता है।
इस प्रकार से किसी अवसर में उद्यमी को दो रूपों में कार्य करना होता है-
1. पहचान कर्ता के रूप में – उद्यमी वातावरण में व्याप्त अवसर में अपनी योग्यता,विवेक एवं क्षमता के अनुसार अवसर की पहचान करके उसे चिन्हित करने का काम करता है।
2. संस्थापकों के रूप में – अवसर की पहचान कर लेने के बाद उद्यमी या साहसी आवश्यक साधन जुटाकर उस उपक्रम की स्थापना करता है । इस प्रकार किसी अवसर में उद्यमी का कार्य विचारों की शुरुआत से आरंभ होकर प्रोजेक्ट (परियोजना) की स्थापना पर आकर समाप्त हो जाता है।