वित्तीय तथा अवित्तीय अभिप्रेरण

अभिप्रेरण (Motivation) एक ऐसा जरिया है जिसका इस्तेमाल करके बड़े-बड़े कंपनी और अधिक बड़े होते जा रहे हैं। संस्था अपने कर्मचारी को कई तरह से Motivate करते हैं उनमें से ही एक वित्तीय तथा अवित्तीय अभिप्रेरण है। इस Article में आप वित्तीय तथा अवित्तीय अभिप्रेरण के परिभाषा, उदाहरण, प्रारूप तथा अंतर को जानेंगे।

वित्तीय अभिप्रेरण की परिभाषा

सामान्य शब्दों में वित्तीय अभिप्रेरण दो अलग-अलग अक्षरों से मिलकर बना हुआ है। वित्त यानी कि धन पैसा एवं अभिप्रेरण यानी कि उत्साहित करना। इस प्रकार से वित्तीय अभिप्रेरण से आश्य से एक संस्था द्वारा अपने कर्मचारियों को Motivate करने की क्रिया से हैं।

वित्तीय अभिप्रेरण कर्मचारियों की भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आवश्यक मानी जाती है।

इसके अंतर्गत शामिल होने वाले मुख्य बिंदु

  • वेतन एवं मजदूरी
  • Premium (उत्पादकता बढ़ने से प्राप्त Saving में से कर्मचारियों का हिस्सा)
  • छुट्टियों का वेतन
  • कमीशन (वेतन के अलावा)
  • व्यक्तिगत एवं सामूहिक बीमा
  • Free में घर, नौकर, गाड़ी आदि की सुविधा।

 

अवित्तीय अभिप्रेरण से आप क्या समझते हैं?

यह वित्तीय अभिप्रेरण के ठीक विपरीत होता है। अवित्तीय अभिप्रेरण दैनिक की अभिप्रेरण होती है जो श्रमिकों की आवश्यकताओं को संतुष्ट करता है। अवित्तीय अभिप्रेरणओं का मूल यह है कि इसमें कर्मचारियों को अभिप्रेरणा पैसा (Money) में ना देकर अन्य किसी रूप में दिए जाते हैं।

अवित्तीय अभिप्रेरण के प्रारूप

इस अभिप्रेरण के निम्नलिखित प्रारूप हैं-

अच्छा नेतृत्व – Business की सफलता और असफलता एक अच्छे नेतृत्व पर निर्भर करता है। अच्छा नेतृत्व कर्मचारियों में कार्य के प्रति रुचि उत्पन्न करता हैं। कर्मचारियों के प्रति सम्मानजनक दृष्टिकोण, उनकी समस्याओं के निवारण में रूचि तथा जांच आदि कार्य में श्रम प्रबंध संबंधों को मधुर बनाती है। एक अच्छे नेता से संस्था में मानव, सामग्री एवं यंत्र आदि सभी का कम अपव्यय हो जाता है और परिणाम यह होता है उत्पादन में वृद्धि हो जाती हैं।

नौकरी की सुरक्षा – आज बहुत ही समान उच्चे कीमतों पर मिल रहे हैं ऐसे में नौकरी करने वाला व्यक्ति अपने नौकरी की सुरक्षा करने के साथ-साथ रिटायरमेंट के लिए भी पैसा चाहता है। यदि एक कर्मचारी यह महसूस करता है कि आज उसे इस कंपनी में और कल किसी दूसरे कंपनी में कार्य करना है तो वह मन लगाकर कार्य नहीं करेगा। इसलिए संस्था/कंपनी/उद्योग अपने कर्मचारियों को EPFO की सर्विस देते हैं। ऐसे उद्योग जहां नौकरी सुरक्षित होती है वहां उत्पादन अधिक मात्रा में होता है और कर्मचारियों का मनोबल ऊंचा होता है।

अधिकारों का प्रत्यायोजन – किसी व्यक्ति को आवश्यक कार्य को सौंपना ही काफी नहीं होता है। सौंपा गया कार्य सफलतापूर्वक पूरा हो उसके लिए आवश्यक अधिकार भी दिया जाना चाहिए। अधिकारों का प्रत्यायोजन करके कर्मचारियों में कार्य की भावना को प्रोत्साहित करता है और उनमें विश्वास की भावना का निर्माण करता है।

मान्यता – अधिकतर लोग अपने द्वारा किए गए कार्यों के बारे में मान्यता प्राप्त करना चाहते हैं। कार्य को मान्यता और मनुष्य को एक मानवीय प्राणी होने के नाते मान्यता प्रदान करना अच्छे कार्य की प्राप्ति का सार है।

कार्य में गर्व महसूस करना – प्रत्येक कर्मचारी यह अनुभव करना चाहता है कि जिस संस्था में वह कार्य कर रहा है उसकी बड़ाई हो, लोग उसे जाने-पहचाने, ईमानदार समझे। अच्छा उत्पादन, परिवर्तनशील नेतृत्व, उचित व्यवहार और समाज के प्रति सेवा आदि अनेक बातें एक कर्मचारी की कंपनी में गर्व की भावना जागृत करती है।

इस अभिप्रेरण में मनुष्य केवल धन के लिए ही कार्य नहीं करता। मनुष्य के अपने जीवन मूल्य होते हैं और उनकी प्राप्ति हेतु भी वह कार्य करता है।

वित्तीय तथा अवित्तीय अभिप्रेरण में अन्तर

परिभाषा – वित्तीय अभिप्रेरण कर्मचारियों की शारीरिक तथा सुरक्षा आवश्यकताओं को संतुष्ट करने में सहायक होता है जबकि अवित्तीय अभिप्रेरण मनुष्य में उच्च स्तरीय आवश्यकता को संतुष्ट करने में सहायक होता है।

माप – इन्हें मुद्रा के रूप में मापा जा सकता है जबकि अवित्तीय अभिप्रेरण मुद्रा के रूप में नहीं नापा जा सकता है।

देखने योग्य – वित्तीय अभिप्रेरण को देखा जा सकता है क्योंकि इसे मुद्रा के रूप में प्रदर्शित किया जा सकता है। जबकि अवित्तीय अभिप्रेरण को देखा नहीं जा सकता है इसका मूल कारण यह है कि इसे मुद्रा के रूप में नहीं आंका जा सकता हैं।

संतुष्टि का स्तर – यह निम्न स्तरीय अवस्थाओं को संतुष्ट करते हैं जैसे कि- रोटी, कपड़ा और मकान । जबकि यह उच्च स्तरीय आवश्यकताओं को संतुष्ट करते हैं जैसे कि सम्मान, आत्मा प्राप्ति।

उदाहरण – इसमें मुख्यत: बोनस, कमीशन, मजदूरी आदि को शामिल किया जाता है जबकि अवित्तीय अभिप्रेरण में मुख्यतः सेवा सुरक्षा, प्रबंध में भागीदारी, प्रशंसा, पदोन्नति आदि को शामिल किया जाता है।

 

Conclusion :

सदैव सभी दशाओं में वित्त कर्मचारियों को अभिप्रेरित नहीं कर सकता। अवित्तीय प्रेरणा भी कर्मचारियों को अभिप्रेरित करने के लिए जरूरी होती है। इस Article में आपने जाना की वित्तीय तथा अवित्तीय अभिप्रेरण क्या है, अर्थ, प्रारूप और भी बहुत कुछ।

 

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