कुल लाभ तथा शुद्ध लाभ में अन्तर

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यदि आप कुल लाभ तथा शुद्ध लाभ में अंतर को समझना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए हैं। सबसे पहले समझते हैं लाभ क्या होता हैं, उसकी परिभाषा क्या है चलिए शुरू करते हैं।

लाभ से आप क्या समझते हैं?

राष्ट्रीय आय का वह भाग जो वितरण की प्रक्रिया में साहसियों को प्राप्त होता है लाभ कहलाता हैं।

The share of national income that goes to entrepreneur in the process of distribution is known as profit.

अर्थशास्त्र की भाषा में लाभ को दो भागों में विभाजित किया जाता हैं-

  • कुल लाभ
  • विशुद्ध या वास्तविक लाभ

कुल लाभ तथा वास्तविक लाभ में अंतर

  1. साधारण बोलचाल की भाषा में हम लाभ शब्द का प्रयोग जिस अर्थ में करते हैं वह अर्थशास्त्र में ‘कुल लाभ’ कहलाता है लेकिन अर्थशास्त्री अर्थशास्त्र में लाभ शब्द का प्रयोग जिस अर्थ में करते हैं वह विशुद्ध या वास्तविक लाभ कहलाता है।
  • कुल लाभ एक व्यापक शब्द है और वास्तविक लाभ उसका एक हिस्सा हैं।

कुछ लोग लाभ में निजी पुंजी द्वारा प्राप्त आय को भी लाभ में जोड़ देते हैं और कुछ साहसी द्वारा की गई व्यवस्था द्वारा प्राप्त आय को भी लाभ में जोड़ देते हैं क्योंकि साहसी कभी- कभी स्वयं पूंजीपति एवं व्यवस्थापक भी होता हैं।

परंतु वाकर ने इस बात पर बल दिया है कि पूंजीपति तथा साहसी उत्पत्ति के दो पृथक साधन पूंजी तथा साहस की पूर्ति करता हैं। इसलिए उसके पुरस्कार को लाभ में सम्मिलित नहीं करना चाहिए।

लाभ तो केवल साहसी के शुद्ध कार्यों का ही पुरस्कार हैं। अतः साहसी को प्राप्त होने वाला पुरस्कार ही वास्तविक लाभ या विशुद्ध लाभ होता हैं।

  • कुल लाभ में पूंजीपति, व्यवस्थापक तथा साहसी के रूप में एक ही व्यक्ति को प्राप्त होने वाला पुरस्कार शामिल रहता हैं। कुल लाभ में निम्नलिखित तत्वों को शामिल किया जाता हैं-

कुल लाभ में शामिल होने वाले तत्व

  • साहसी द्वारा उत्पत्ति में लगाए गए निजी साधनों का प्रतिकूल – जब कोई साहसी किसी वस्तु का उत्पादन प्रारंभ करता है तो वह उस कार्य में अपनी निजी भूमि, निजी पूंजी तथा मेहनत आदि भी लगा देता हैं। इसलिए वास्तविक लाभ को ज्ञात करते समय इन साधनों का पुरस्कार घटा देना चाहिए परंतु कुल लाभ में इन सब का पुरस्कार भी शामिल रहता हैं।
  • व्यक्तिगत लाभ – कभी-कभी उत्पादक किसी वस्तु की उत्पत्ति या वितरण के क्षेत्र में एकाधिकार प्राप्त कर लेता है जिससे वह साधारण लाभ के अलावा और अधिक ज्यादा लाभ प्राप्त कर लेता हैं।

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