पढ़ना क्यों जरूरी है | Padhna Kyon Zaroori Hai In Hindi

Share

जब आप छोटे थे तो आपसे बस एक ही काम लिया जाता था वह है पढ़ना। पिताजी कहते थे बेटा/बेटी पढ़ाई कर लो तभी एक अच्छे इंसान बन पाओगे। आखिर पढ़ना क्यों जरूरी है? इस पर आपने कभी विचार किया है। मनुष्य के लिए पढ़ाई क्यों जरूरी है? आज के इस नए आर्टिकल में इन सभी और भी मुख्य बातों को कवर किया गया है।

 

पढ़ना क्यों जरूरी है?

आज के समय में पढ़ना इतना जरूरी है कि जैसे मनुष्य को जीवित रहने के लिए भोजन, आंधी-तूफान, सर्दी-गर्मी, बरसात, धूप तथा चोर आदि से बचने के लिए घर (मकान) तथा तन यानी कि शरीर ढकने के लिए कपड़ा जरूरी है उतना ही अधिक पढ़ाई महत्वपूर्ण है। बिना पढ़े लिखे लोगों को समाज (Society) स्वीकार नहीं करता है। आइए कुछ बातों को जानते हैं जो पढ़ाई करने से लाभ मिलता है।

  1. अच्छे बुरे की समाज
  2. निर्णय लेने की क्षमता
  3. समझदारी का विकसित होना
  4. अनुशासन
  5. समय प्रबंध
  6. फोकस करने की क्षमता
  7. आत्मविश्वास बढ़ता है
  8. मैं क्या हूं मेरी खूबियां और कमियों का पता चलता हैं
[wptb id="1381" not found ]

 

“कहते हैं ना बनने और बिगड़ने का एक ही उम्र होता हैं। वह हैं पढा़ई

आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा आखिर Math, Science , Hindi तथा English विषय पढ़ना क्यों महत्वपूर्ण है उनको पढ़ने से जीवन में क्या परिवर्तन होगा। ऐसे तमाम सवाल आपके दिमाग में घूम रहे होंगे। ऊपर जितने भी पॉइंट दिए गए हैं वह सभी पढ़ने वाले व्यक्ति को ही मिलता है।

अच्छे बुरे की समझ का होना

पढ़े लिखे लोग और बिना पढ़े लिखे लोगों में सबसे साधारण सा अंतर देखने को मिलता है, अच्छे बुरे की ज्ञान। बिना पढ़ा लिखा व्यक्ति उसके लिए क्या सही है तथा क्या गलत है उसकी पहचान नहीं कर पाता है। बिना शिक्षा ग्रहण किया व्यक्ति को एक जगह पर ही ठगा नहीं जाता बल्कि उसको जीवन के हर एक मोड़ पर ठगा जाता है। जैसे सब्जी खरीदने पर पूरे पैसे का भुगतान करना तथा उसके बदले में एक किलोग्राम के जगह पर 950 ग्राम प्राप्त करना, एलआईसी प्रीमियम ( Lic Premium) ₹1246 है लेकिन एजेंट को प्रत्येक महीना ₹1500 का भुगतान करना।

अगर आप PhonePay का इस्तेमाल करते हैं तो आप स्वयं एलआईसी प्रीमियम (Lic Premium) का भुगतान कर सकते हैं प्रीमियम का भुगतान करने के लिए यह वीडियो देखिए।

जो व्यक्ति पढ़ा लिखा होता है उसके अंदर अच्छे बुरे की ज्ञान होता है उसे यह मालूम होता है उसके लिए क्या सही है तथा क्या गलत। तो आप ही बताएं पढ़ना जरूरी है कि नहीं। अपना फीडबैक कमेंट में दें।

 

निर्णय लेने की क्षमता

कहते हैं ना सही समय पर लिया गया निर्णय इंसान को सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। निर्णय लेने की क्षमता पढ़ाई करने से ही आता है। जब आप स्कूल या कॉलेज में पढ़ाई करते हैं और आपको शिक्षक की ओर से कोई प्रोजेक्ट मिलता है तो आप उसे अच्छे से तभी पूरा कर पाएंगे। जब आपमें निर्णय लेने की क्षमता हो। जब आपमें यह क्षमता आ जाएगी तो आप दूसरों से अलग कर पाएंगे।

पढ़ना क्यों जरूरी है इसका जवाब आपको मिल गया होगा। शुरुआती समय में पढ़ना आपको काफी बोरिंग लगेगा। इसमें कोई संदेह की बात नहीं है लेकिन यकीन मानिए मुझे भी पढ़ना बोरिंग लगता था वह मैथ के Equation, Bodmas तथा Hight And Distance, इतिहास के बड़े-बड़े क्वेश्चन आंसर याद करना आदि लेकिन जैसे जैसे आप बड़े होंगे तब आपको इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा एवं बहुत से लोग बाद में जाकर पछताते हैं कि अगर वह भी अपने दोस्त के जैसे थोड़ा बहुत पढ़ाई कर लिए होते तो आज वह भी एक “सक्सेसफुल” इंसान होते हैं।

अगर आप यह पोस्ट पढ़ रहे हैं तो आप अपना Future बर्बाद मत होने दें। पढ़ना शुरू कर दे। पढ़ाई ही एक ऐसा माध्यम है जो आपको लाइफ टाइम तक रिटर्न देगा। पढ़ाई करने के केवल फायदे ही फायदे हैं इससे कोई नुकसान नहीं है।

 

समझदारी का विकसित होना

बहुत से लोग पढ़ाई इसलिए करते हैं ताकि उनको एक अच्छी नौकरी मिल सके जो काफी हद तक सही भी हैं। अगर आप पढ़ाई सिर्फ नौकरी पाने के लिए करते हैं तो यह गलत है आप असली में पढ़ाई नहीं कर रहे हैं आप पैसे कमाने के लिए पढ़ाई कर रहे हैं। देखिए नौकरी एक अलग सवाल है। अगर आप पढ़ रहे हैं तो उसने नीहित ज्ञान को समझे नौकरी अपने आप ही मिल जाएगी।

कंपनियां क्वालिटी व्यक्ति को हायर कर रही है चाहे उसके पास डिग्री हो या फिर ना हो तो आपको मालूम हो चुका हैं कि पढ़ना क्यों जरूरी है? पढ़ने से व्यक्ति के अंदर समझदारी का ज्ञान विकसित होता है, जिम्मेदारी आ जाती है। मनुष्य समाज में अपना एक अलग पहचान बना लेता है और समाज भी ऐसे लोगों को स्वीकार करती है।

अनुशासन (Discipline)

काम कैसा भी क्यों ना हो बिना अनुशासन के सफलता की कामना नहीं किया जा सकता है। पढ़ना जरूरी इसलिए है कि हम अनुशासित हो सके किससे किस तरह बात करना है, कौन बड़ा है और छोटा आदि की समझ होनी चाहिए। जब आपके यहां मेहमान आते हैं तो आप उन्हें प्रणाम करते हैं और उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत ना हो कोशिश करते हैं कि उनकी सारी जरूरतों को पूरा कर सके।

विद्यालय में जब कोई लड़का/लड़की पढ़ने जाते हैं तो सबसे पहले उन्हें अनुशासन का पाठ पढ़ाया जाता है इसके अंतर्गत कैसे बैठना है किस से किस तरह से बात करना है आदि बहुत सारी बातें सम्मिलित होती हैं। छात्रों को अनुशासित होना अत्यंत आवश्यक है। जीवन में सफलता पाने के लिए छात्रों को ही केवल अनुशासन जरूरी नहीं है बल्कि सभी लोग के लिए अनुशासन की आवश्यकता है। जो छात्र जितना अधिक अनुशासित होता है उसका मान- सम्मान, तारीफ और बढ़ाई उतना ही अधिक होता हैं। अनुशासन कितना महत्वपूर्ण हैं चाहे वह छात्र हो या फिर कोई अन्य व्यक्ति।

अनुशासन एक कला हैं जो छात्र सबसे पहले अपने बचपन के स्कूल में सीखते हैं। जहां वह पढ़ने के लिए जाते हैं। ठीक इसके विपरीत जिस छात्र या व्यक्ति में अनुशासन का अभाव होता है उसे समाज भी स्वीकार नहीं करता है उसे जिंदगी में सफलता भी हासिल नहीं हो पाती है।

समय प्रबंधन (Time Management)

समय की कीमत और उसका सही उपयोग छात्रों को बचपन से ही सिखाना शुरू कर दिया जाता है क्योंकि वह जितना जल्द समझना सीख जाएंगे समय का महत्व उसके लिए उतना ही अच्छा होगा। जब आप छोटे थे तो और पढ़ने के लिए विद्यालय जाते थे तो कभी ना कभी आप अपनी मां पिता या भाई से जरूर कहा होगा कि आज देर हो गई है स्कूल जाने पर मार पड़ेगी।

दरअसल छात्रों को “टाइम मैनेजमेंट” सिखाया जाता है उनको समझाया जाता है उनके और हमारे (शिक्षक) पास एक निश्चित समय है उसी समय में सब कुछ करना है। यहां तक कि प्रत्येक विषय की पढ़ाई घंटी में बंटा होता है किस- किस विषय के लिए कितना समय है वह पहले से ही निर्धारित किया गया होता हैं।

समय प्रबंधन का ज्ञान पढ़ने से ही होता है। अगर कोई व्यक्ति ने पढ़ाई ही नहीं किया और ना ही कभी स्कूल का दर्शन किया वह क्या समझ पाए समय प्रबंध की शक्ति के बारे में। जो व्यक्ति टाइम मैनेजमेंट करना सीख लिया ववह सफल अवश्य होगा । समय को बांट कर कार्य करने से सारे काम समय पर पूरे हो जाते हैं जो इंसान को सक्सेसफुल बनाने में अहम भूमिका निभाता है तो अब आप ही बताइए पढ़ना कितना जरूरी है मनुष्य के लिए।

फोकस करने की क्षमता

आप काम को पूरी ईमानदारी से, पूरे फोकस के साथ तभी पूरा कर सकते है जब हमारे और आपके अंदर शिक्षा होगा। बिना ज्ञान हासिल किए यह संभव नहीं है। पढ़ने से छात्र या अन्य व्यक्ति नमें फोकस करने की क्षमता में वृद्धि होती है। आपका गोल कितना भी क्लियर क्यों ना हो जब तक आप उसे पूरी ईमानदारी, लगन तथा फोकस के साथ नहीं करेंगे तब तक रिजल्ट नहीं मिलेगा।
अतः पढ़ना जरूरी है अपने गोल को अचीव करने के लिए। गोल तभी अचीव हो पाएगा जब आप में फोकस करने की क्षमता होगी।

 

आत्मविश्वास बढ़ता है

पढ़ने से आत्मविश्वास बढ़ता है। इसका साधारण सा उदाहरण मैं आपको देता हूं जब आपको किताब पढ़ना बिल्कुल नहीं आता या फिर कोई अन्य कार्य तो आपका आत्मविश्वास बिल्कुल कमजोर होता है लेकिन जब आप उस काम को सीखना शुरू कर देते हैं तथा किताब पढ़ना तो एक समय ऐसा आता है जब आप किताब फटाफट पढ़ लेते हैं या जो आप काम कर रहे हैं वह बहुत अच्छे से करना सीख जाते हैं यानी कि आपका आत्मविश्वास बढ़ जाता है। यह सभी पढ़ाई के कारण ही संभव है यानी कि आपका आत्मविश्वास तभी बढ़ सकता है जब आप पढ़ाई करते हैं। पढ़ाई करने से आप किसी काम को जल्दी से करना सीख जाते हैं तो इतना महत्वपूर्ण है पढ़ना।

जब तक आप सीखते (पढ़ते) रहेंगे आप जीवन के हर एक अगले सीढ़ी पर सफलता के साथ चढ़ते रहेंगे जिस दिन सीखना (पढ़ना) बंद उस दिन से आप सीढ़ी से नीचे उतरने लगेंगे।

मैं क्या हूं मेरी खूबियां और कमियों का पता चलता हैं

हर एक इंसान में कुछ ना कुछ खूबियां होती है और कुछ कमियां भी। ऐसा कोई इंसान नहीं होगा जिसमें केवल खूबियां ही खूबियां होगा तथा ऐसा भी कोई व्यक्ति ना होगा जिसमें सिर्फ कमियां ही कमियां होगी। खूबियां और कमियां यह जीवन का एक हिस्सा है यह प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में मौजूद होता है पढ़ाई करने से मनुष्य अपने अंदर के छुपे गुण को पहचान कर पाता है और Action लेकर सफलता की सीढ़ी पर चढ़ता हैं। आपके अंदर क्या-क्या खूबियां है उसकी पहचान करें और तुरंत Action ले। आप कामयाब जरूर होंगे।

 

निष्कर्ष :– पढ़ना क्यों जरूरी है अब आपको मालूम हो गया होगा। समय बर्बाद करने से कुछ लाभ नहीं मिलेगा अगर आप छात्र हैं तो आपकी प्राथमिक जिम्मेदारी पढ़ाई करना है या फिर छात्र से अधिक Age हैं तो कोई ना कोई Skills सीख ले जो आपको आपके सपने पूरे करने में मदद करें।

यह सब भी आपके लिए महत्वपूर्ण हैंकिताब पढ़ने के फायदे

अपने दोस्तों में शेयर करें⇓

Leave a Comment